शुक्रवार, 28 अगस्त 2015

परिंदो को नही दी जाती  तालीम 

परिंदो को नही दी जाती 
तालीम उड़ानों  की,
वो  खुद  ही  तय  करते  है
मंजिल  आसमानों  की!

रखता  है   जो  हौसला
आसमान  को छूने  का!
उसको  नही  होती 
परवाह  गिर जाने  की!

दुनियाँ की हर चीज
ठोकर लगने से टूट जाया करती है
एक कामयाबी ही है
जो ठोकर खा के ही मिलती है!!

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