Best poems shayari jokes messages for whatsapp facebook बेहतरीन कवितायेँ शायरी चुटकुले
मंगलवार, 15 सितंबर 2015
खिड़की से झांकता हूँ मै सबसे नज़र बचा कर
खिड़की से झांकता हूँ मै सबसे नज़र बचा कर बेचैन हो रहा हूँ क्यों घर की छत पे आ कर क्या ढूँढता हूँ जाने क्या चीज खो गई है इन्सान हूँ शायद मोहब्बत हमको भी हो गई.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें